SWABHIMAN SOCIETY REPORT

APRIL 2018 TO  MARCH2019

स्वाभिमान संस्था की टीम से हरियाणा के मनिस्टर कृष्ण बेदी जी के साथ मींटिंग,जिसमें स्वाभिमान टीम की युवा लडकियों ने हरियाणा के मनिस्टर श्री कृष्ण बेदी से दलित महिलाओं की शिक्षा की स्थिति पर बात की और किस प्रकार से हम कोचिग के द्वारा इसमें बदलाव कर सकते हैं इसके बारे में बात की जिस पर बेदी शाहिब जी ने स्वाभिमान की टीम से बात करते हुए कहाँ? कि आप इस पर कार्य करो और जो भी मेरी तरफ से आपको सहायता की जरूरत हैं तो आप मेरे से सम्पर्क कर सकते हैं मैं आपकी मदत आवश्यक करुगा। दलित महिलाओं की समस्याओं को लेकर जो भी हरियाणा में दलित महिलाओं  को शिक्षा व उनके विकास में जो भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं उसके बारे में मैं आप की पूर्ण रूप से मद्दत करने के लिए तैयार हूँ।हरियाणा में दलित लडकियों की  शिक्षा पर विशेष ध्यान देने के  लिए उनसे  गाँव -2  में  फ्री ट्यूसन के  मांग की गई। बेदी जी ने कहाँ की जो भी हम गाँव में या जिले में करवाना चाहते हैं। उसके बारे में एक मांग पत्र इससे अलग बना कर दे और उसके बाद उन्होंने कहाँ की फिर हम देखकर आप को बताएगे की हम क्या कर सकते हैं और क्या नहीं कर सकते हैं।

 

दिनांक  मई 10/6/2019 कुरुक्षेत्र केस: –

स्वाभिमान संस्था की टीम के द्वारा कुरुक्षेत्र में सपेरा बस्ती में महिलाओं को जागरूक करने के लिए मींटिग का आयोजन कियाl जिसमें हमने जो आठ महिलाओं के साथ हुई वारदात में पीड़ित महिलाओं से बात हुईlकैथल की एक पीड़ित का बच्चा हुआ हैं उसकी स्थिति अभी अच्छी नहीं हैं तो उसके स्वास्थ्य का अभी इलाज चल रहा हैं जिसमें हम उसके हर सप्ताह जाकर काउस्लिंग भी कर रहे हैं। उसका पति उसकी मार पिटाई करता था। जिसके कारण उसके बच्चे के स्वास्थ्य पर भी फर्क पड़ रहा हैं।कैथल की सपेरा बस्ती की आठों महिलाओं के साथ मीटिंग की और केस की स्थिति के बारे में बताया व किसी भी प्रकार के दबाओं या डर में न रहे इसके बारे में बात – चीत की।

 

इसी बस्ती के लोगो ने बताया की हमारे यहाँ इस पूरी बस्ती में कोई भी स्कुल नही हैं जिसके कारण हमारे बच्चों की शिक्षा अधूरी हैं। हमारे यहाँ पर अगर एक स्कुल बन जाएगा तो हमारे बच्चों का तो कम से कम भविष्य कुछ बन जाएगा।इस समस्यां को लेकर हम जिला शिक्षा अधिकारी से बात की स्कुल के बारे में और इस बस्ती के बच्चे किस प्रकार शिक्षा से दूर जा रहे हैं इस बस्ती में सभी घुमन्तु जाती के लोग रहते हैं। जोकि ज्यादा तर कुडा बीनने का कार्य करते हैं। जिनको स्वाभिमान संस्था के द्वारा उनके खून टेस्ट करवा कर उनको  दवाइयों का भी प्रबंध किया गया स्वाभिमान संस्था के द्वारा जिसमें 130 लोगों का फ्री ब्लैड टैस्ट करवाया गया।

 

जून महिना गाँव बड़श्यामी :-

स्वाभिमान संस्था की तरफ से गाँव मुराद-नगर में महिलाओं के साथ मींटिग का आयोजन किया जिसमें हमने महिलों को बच्चों को उनके स्वस्थ्य के बारे में जानकारी प्रदान कि इस कैम्प में हमने महिलों को बताया कि उनको अपने खाने पीने पर विशेष ध्यान रखना चाहिएं। क्योंकि महिलाओं के जीवन में उनका स्वस्थ्य बहुत बड़ी भूमिका निभाता हैं और आगे हम महिलाएं अपने स्वस्थ्य का ख्याल नहीं रखेगी तो हमारे बच्चों का जीवन और अधिक  खतरे में हो सकता हैं इसलिए हमें अपने बहतर जीवन के लिए अपने स्वस्थ जीवन को कायम रखने के लिए कुछ नियमों का पालन करना  बहुत जरूरी हैं। बिना इन नियमों के हम अपने बच्चों के जीवन को भी बिमारियों से नहीं बचा सकते हैं।

जन पंचायत जुलाई जींद  में : –    

स्वाभिमान संस्था के द्वारा गाँव की समस्याओं के बारे में जन पंचायत लगाई जिसमें 5 गाँव से 80 लोगों ने भाग लिया और जो भी लोक्ल समस्याएँ थी उनके बारे में जिला अधिकारी को मांग पत्र दिया l मांग पत्र में पांचों गाँव की समस्याओं की एक लिस्ट जिसमें अधिकतर गाँव की बी.पीं. एल, मकान की समस्यां, और जमीन की समस्यां थीl  कुछ गाँव में नालियों व पानी की समस्याए थी इन सभी समस्याओं का मांग पत्र जींद जिले के अधिकारी  को प्रदान किया l  इसके बाद 2 महीने का समय दिया अधिकारी को इस पर एक्शन के बारे में इसके दो महीने के बाद हमारी स्वाभिमान संस्था की टीम के द्वारा इसको फोलोअप किया जाएगाl

दिनांक 10 अगस्त को जिला कैथल में सपेरा बस्ती के बच्चों के साथ मीटिंग की गई। जिसमें उनको शिक्षा के बारे में जागरूक किया गया! ताकि जिसमें स्वाभिमान संस्था  हरियाणा ऑफ़िस से मनीषा मशाल, कोमल, काजल रत्ती और रजनी मिसाल शामिल रहे।  सबसे पहले बच्चों से ये पूछा गया कि सब बच्चे पढ़ रहे हैं क्या ? बच्चों ने कहा कि हाँ! हम सब पढ़ रहे है  साथ ही इसमें 12 लड़कियाँ वो भी शामिल रही, जिनको बी.ए और एम. ए कर रही है! उन्होंने बताया की हमें गाँव से बाहर निकलते हुए बहुत सारे दिक्कते आती है और कुछ लड़कियाँ इसी तरह की मदद चाहती है जैसे आप बता रहे हो, जैसे कि क़ानूनी मदद कि परन्तु उनको जागरूकता की कमी के कारण वो पुलिस या कानून तक पहुँच नहीं कर पाती है! यहाँ पर बहुत जरूरी है इस तरह की मीटिंग करने की क्योंकि ये गाँव है और गाँव के लोग भी बहुत ज्यादा अन्धविशवाशी है। कोमल ने बताया की शिक्षा को कानूनों के साथ जोड़कर चलना पड़ेगा तभी लड़कियाँ आगे बढ़ पायेगी।  रजनी ने बताया की जो घरेलू हिंसा का कानून है वो हम लड़कियों की सुरक्षा के लिया ही बनाया गया है तभी साथ ही 100 नंबर पर भी पुलिस से सुरक्षा भी मांग सकते है।

दो दिवसिया   महिला जागरूक कार्यक्रम  :-                                  

दिंनाक  19 से 20 सितम्बर को कुरुक्षेत्र  के गाँव कैंथला में स्वाभिमान संस्था एंव बहनों के   ग्रुप के द्वारा मींटिग का आयोजन कर दलित समुदाय की महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में बताया गया। इसके साथ ही हरियाणा में जो लगातार  महिलाओं के साथ  छेड़खानी की  जो घटनाओं हो रही गरिब और पिछड़े वर्ग की  समुदाय की लडकियाँ को  पीड़ित बनाकर उनके जीवन को खत्म कर कर दिया जा रहा हैं उनके लिए स्वाभिमान संस्था के द्वारा  हरियाणा में फ्री क़ानूनी सहायता के बारे में जानकारी  प्रदान की। इस मींटिग में 20 लड़कियों और महिलाओं ने भाग लिया मीटिंग का मुख्य बिंदु समाज में जागरूकता को बढ़ावा देना और सुरक्षा प्रदान करना था। महिलाओं की लीडरशीप बहुत महत्वपूर्ण है पुरुषसत्त्त्ता के सामने। इसी मीटिंग के दौरान एक घटना भी  सामने आई। जिसमें घटना की फैक्ट फाइंडिंग की गई और पुलिस स्टेशन में एफ़आईआर पीड़ित की तरफ से की गई। जिसमें पुलिस स्टेशन में मामले को दर्ज भी करवाया गया। पीड़िता के केस दर्ज होने के बाद पुलिस कार्यवाही शुरु हुई जिसमें आरोपी पक्ष से पूछताछ की गई l अभी इस केस का मामला चल रहा है पुलिस का कहना है कि समझौता किया जाये, इस तरह का दवाब पीड़िता के ऊपर है l परन्तु स्वाभिमान  की तरफ से पीड़िता की यह काउंसलिंग की गई की घबराना मत इस केस में समझौता नहीं हो सकता जब तक आप ना चाहो l

जन पंचायत कार्यक्रम

दिनांक 26 अक्तूबर को स्वाभिमान संस्था के द्वारा  जींद जिला अधिकारी ऑफिस में  गाँव की समस्याओं के बारे में जन पंचायत लगाई! जिसमें 5 गाँव के लोगों ने भाग लिया और जो भी लोक्ल समस्याएँ थी उनके बारे में जिला अधिकारी को मांग पत्र दियाl मांग पत्र में पांचों गाँव की समस्याओं की एक लिस्ट जिसमें अधिकतर गाँव की बी.पीं. एल, मकान की समस्याएं, और ज़मीन की समस्याएं थीl

 

 

 

कुछ गाँव में नलियों व पानी की समस्याएँ थी इन सभी समस्याओं का मांग पत्र जींद जिले के अधिकारी  को प्रदान किया l इसके बाद 2 महीने का समय दिया अधिकारी को इस पर एक्शन के बारे में इसके दो महीने के बाद हमारी स्वाभिमान  की टीम के द्वारा इसको फोलोअप किया जाएगाl

युवा लीडर शिप कार्यक्रम

दिनांक 28 नवंबर को मिर्जापुर की वाल्मीकि चौपाल में स्वाभिमान संस्था के द्वारा मीटिंग का आयोजन किया गया जिसमें गाँव की 40 लड़कियों ने भाग लिया इस में गाँव की लड़कियों को लीडर-शिप की ट्रेनिंग दी गई जिसमें हमारे साथ जिला  प्रोटेक्शन अधिकारी दीप शिखा जी भी साथ रहीl उन्होंने गाँव की लड़कियों एवं महिलाओं को हिंसा के बारे में बताया की महिला